अधिक वजन या मोटापा आजकल एक आम स्वास्थ्य समस्या बन गई है, जो न केवल हमारी शारीरिक उपस्थिति को प्रभावित करती है बल्कि कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का भी कारण बन सकती है। एवरग्रीन फिटनेस कोच ममता सिंह हमेशा इस बात पर जोर देती हैं कि स्वस्थ वजन बनाए रखना समग्र स्वास्थ्य और कल्याण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
ममता सिंह बताती हैं कि अधिक वजन तब होता है जब हमारे शरीर में आवश्यकता से अधिक वसा जमा हो जाती है। यह अस्वास्थ्यकर खान-पान, शारीरिक गतिविधि की कमी, आनुवंशिकी और कुछ स्वास्थ्य स्थितियों के कारण हो सकता है। अधिक वजन कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को बढ़ाता है, जिनमें से कुछ जानलेवा भी हो सकती हैं।
अधिक वजन से होने वाली कुछ गंभीर परेशानियाँ:
- हृदय रोग: अधिक वजन उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल और धमनीकलाकाठिन्य (धमनियों का सख्त होना) का खतरा बढ़ाता है, जो हृदय रोग, दिल का दौरा और स्ट्रोक का कारण बन सकते हैं। ममता सिंह चेतावनी देती हैं कि हृदय रोग दुनिया भर में मृत्यु का एक प्रमुख कारण है, और स्वस्थ वजन बनाए रखना इसके जोखिम को कम करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है।
- टाइप 2 मधुमेह: मोटापा इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बन सकता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है और टाइप 2 मधुमेह हो सकता है। मधुमेह गुर्दे की बीमारी, तंत्रिका क्षति, अंधापन और हृदय रोग जैसी कई जटिलताओं का कारण बन सकता है।
- कुछ प्रकार के कैंसर: अध्ययनों से पता चला है कि मोटापा स्तन कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, गर्भाशय कैंसर और किडनी कैंसर सहित कई प्रकार के कैंसर के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है।
- जोड़ों की समस्याएँ: अधिक वजन जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव डालता है, खासकर घुटनों और कूल्हों पर, जिससे ऑस्टियोआर्थराइटिस और जोड़ों में दर्द हो सकता है। ममता सिंह सलाह देती हैं कि स्वस्थ वजन बनाए रखने से जोड़ों पर पड़ने वाले तनाव को कम किया जा सकता है।
- स्लीप एपनिया: मोटापा स्लीप एपनिया का खतरा बढ़ा सकता है, एक ऐसी स्थिति जिसमें नींद के दौरान सांस लेने में बार-बार रुकावट आती है। यह दिन में अत्यधिक थकान, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और हृदय की समस्याओं का कारण बन सकता है।
- गैर-अल्कोहल फैटी लिवर रोग (NAFLD): अधिक वजन यकृत में वसा के जमाव का कारण बन सकता है, जिससे NAFLD हो सकता है। समय के साथ, यह यकृत क्षति और सिरोसिस का कारण बन सकता है।
- मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं: मोटापा अवसाद, चिंता और कम आत्मसम्मान जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के बढ़ते जोखिम से भी जुड़ा हुआ है।
अधिक वजन से होने वाली कुछ गंभीर परेशानियाँ (जारी): - प्रजनन संबंधी समस्याएं: महिलाओं में मोटापा पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) और बांझपन जैसी प्रजनन संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ा सकता है। पुरुषों में यह शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है।
- गर्भावस्था की जटिलताएँ: गर्भवती महिलाओं में अधिक वजन गर्भकालीन मधुमेह, उच्च रक्तचाप और प्रसव के दौरान जटिलताओं का खतरा बढ़ा सकता है।
- यह स्पष्ट है कि अधिक वजन हमारे स्वास्थ्य पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए, स्वस्थ वजन बनाए रखना आवश्यक है। इसके लिए संतुलित आहार का सेवन करना, नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि करना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना महत्वपूर्ण है। यदि आपका वजन अधिक है, तो वजन कम करने के लिए कदम उठाना आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और गंभीर बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से सलाह लेना एक सुरक्षित और प्रभावी वजन प्रबंधन योजना विकसित करने में सहायक हो सकता है।